तेरे दर पर आना मेरा काम है मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है:-- पूज्य भागवताचार्य श्री मनीष शास्त्री (वत्स)
विलेज ईरा।
पिहोवा/कुरुक्षेत्र (ब्यूरो चीफ राजेश वर्मा)।
श्रीमद् भागवत कथा का सीता देवी सदन कैथल रोड पिहोवा में श्राद्ध पक्ष में आज पांचवां दिन था। पूज्य भागवताचार्य श्री मनीष शास्त्री (वत्स) जी द्वारा आज की कथा में भगवान श्री कृष्ण व भगवान संकर्षण के महाश्रृषि गर्गाचार्य जी द्वारा नाम संस्कार व बाल कृष्ण लीलाओं का वर्णन किया गया।
आज कथा के पांचवें दिन भागवत आचार्य ने बताया किस प्रकार महाऋषि गर्गाचार्य जी ने भगवान बलराम का और भगवान श्री कृष्ण का नाम संस्कार किया , पूतना व छकडासुर का वध करना, माटी खाकर मुख में मैया को तीनो लोकों का दर्शन करवाना और मैया का कन्हैया को ऊखल से बांधना ,बकासुर व अघासुर का वध करना तथा भगवान कृष्ण के द्वारा ब्रह्मा का मान मर्दन करना तथा गोवर्धन पर्वत उठाकर इंद्र का मान भंग करना आदि अद्भुत लीलाओं का गुणगान किया गया।
सनातन सेवा समिति पिहोवा के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा में आए हुए नगर पालिका प्रधान आशीष चक्रपाणि व समस्त नगर पार्षदों को बालमुकुंद भगवान श्री कृष्ण की छवि देकर सम्मानित किया।
भागवत आचार्य के मुख से अमृतमय भजन "" तेरे दर पर आना मेरा काम है मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है "" का श्रद्धालुओं ने झूम झूम कर आनंद लिया। भगवत नाम संकीर्तन से वातावरण भव्य व मनमोहक बना गया।
इस अवसर पर सेवा सनातन समिति, पिहोवा के सभी सदस्य मौजूद थे।
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